सवैया

वर्णिक छंद। चार चरण। प्रत्येक चरण में बाईस से लेकर छब्बीस तक वर्ण होते हैं।

1523 -1589

अकबर के दरबार में भूमिकर विभाग के मंत्री। नीति संबंधी फुटकल पद-लेखन। भाषा की सादगी के लिए स्मरणीय।

जश्न-ए-रेख़्ता (2023) उर्दू भाषा का सबसे बड़ा उत्सव।

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