पश्चिम बंगाल के रचनाकार

कुल: 37

समादृत बहुविद कवि-साहित्यकार-चित्रकार-दार्शनिक और समाज-सुधारक। राष्ट्रीय गान के रचयिता। नोबेल पुरस्कार से सम्मानित।

छायावादी दौर के चार स्तंभों में से एक। समादृत कवि-कथाकार। महाप्राण नाम से विख्यात।

समादृत कथाकार। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।

नई पीढ़ी की सुपरिचित-सम्मानित बांग्ला कवि-गद्यकार-अनुवादक। इक्कीस पुस्तकें प्रकाशित। हिंदी में भी कविताएँ लिखती हैं।

बांग्ला के सुप्रसिद्ध कवि। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।

बांग्ला के समादृत कवि। 'पदातिक कवि' के रूप में लोकप्रिय। ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित।

नवें दशक में उभरे कवि-लेखक। वैचारिक प्रतिबद्धता के लिए उल्लेखनीय।

सुप्रसिद्ध कवि-अनुवादक और कलाविद्। पद्मश्री से सम्मानित।

सुपरिचित कवयित्री।

सातवें दशक में उभरे कवि। अनुवाद, कला-आलोचना और संपादन में भी सक्रिय।

इस सदी में सामने आईं हिंदी कवयित्री।

नई पीढ़ी के कवि।

नई पीढ़ी की कवयित्री। संगीत में रुचि।

बांग्ला की सुपरिचित कवयित्री और निबंधकार। पर्यावरण, विस्थापित-पुनर्वास और अन्य सामाजिक कार्यों में सक्रिय।

सुप्रतिष्ठित नेपाली कवि। ‘किनारीकृत लेखन अभियान’ के प्रणेता। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।

बांग्ला के सुप्रसिद्ध उपन्यासकार और कवि। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।

सुपरिचित कवि-लेखक और पत्रकार। 'अपने हिस्से का प्रेम', 'तुम्हारा कवि' और 'इस तरह ढह जाता है एक देश' शीर्षक से तीन कविता-संग्रह प्रकाशित।

सुपरिचित कवयित्री।

सुपरिचित कवि-लेखक और संपादक। चार कविता-संग्रह प्रकाशित।

नई पीढ़ी के कवि-लेखक और कलाकार।

नई पीढ़ी की कवयित्री।

नई पीढ़ी के कवि-लेखक।

सुपरिचित कवयित्री। कथा-लेखन और अनुवाद-कार्य में भी सक्रिय।

बांग्ला के समादृत कवि-साहित्यकार और शिक्षाविद। ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित।

अधुनांतिक बांग्ला कवि।

अधुनांतिक बांग्ला कवि।

समकालीन बांग्ला कविता के आत्मविभोर और मुखर कवि। पेशे से पत्रकार।

छठे दशक में सामने आईं प्रमुख बांग्ला कवयित्री।

बांग्ला कवि-निबंधकार-समालोचक।

'विद्रोही कवि' के रूप में समादृत बांग्ला कवि-लेखक और संगीतकार। बांग्लादेश के राष्ट्रीय कवि।

'भूखी पीढ़ी' और अधुनांतिक बांग्ला कविता से संबद्ध प्रमुख कवि-लेखक-चिंतक।

बांग्ला कवि-समालोचक। ‘पुर्बाशा’ पत्रिका के संस्थापक-संपादक।

सुपरिचित बांग्ला कवि-समालोचक। ‘अनुक्त’ पत्रिका के संपादक के रूप में योगदान।

‘जुपिटर’, ‘पुनरावृत्ति’, ‘प्रेम’, ‘सप्तसागर’ आदि कृतियों के लिए ज्ञात बांग्ला कवयित्री।

सुपरिचित नेपाली उपन्यासकार और कवयित्री।

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