उत्तर प्रदेश के रचनाकार

कुल: 518

समादृत साहित्यकार। बाल साहित्य में स्मरणीय योगदान। 'बच्चों के गांधी' के रूप में चर्चित।

अयोध्या नरेश। रीतिकाल की स्वच्छंद काव्य-धारा के अंतिम कवि। ऋतु वर्णन के लिए प्रसिद्ध।

रीतिकाल के आचार्य कवि। अलंकार-विषयक ग्रंथ 'लालित्य-लता' कीर्ति का आधार ग्रंथ।

हिंदी के अत्यंत लोकप्रिय कवि-लेखक-नाटककार। अपनी ग़ज़लों के लिए विशेष चर्चित।

रीतिकालीन संधि कवि। सतनामी संप्रदाय से संबद्ध। जगजीवनदास के शिष्य। भाषा में भोजपुरी का पुट।

समादृत कवि-कथाकार और संपादक। महादेवी वर्मा और निराला पर लिखीं अपनी किताबों के लिए भी चर्चित।

सुपरिचित कवि-लेखक। बाल-साहित्य में योगदान के लिए भी उल्लेखनीय।

सुपरिचित कवि और गद्यकार। 'इसी काया में मोक्ष' और 'इतिहास में अभागे' शीर्षक दो कविता-संग्रह प्रकाशित।

सुपरिचित कवि। आधुनिक कविता में परंपरा-बोध और लोक-संवेदना के लिए उल्लेखनीय।

रीतिकाल के प्रतिभाशाली कवि। काव्य के कलागत वैशिट्य के साथ भावों की स्वाभाविकता और मार्मिकता का निर्वाह करने में निपुण।

सुप्रसिद्ध आलोचक, रंग-समीक्षक और गद्यकार। उनकी स्मृति में ‘देवीशंकर अवस्थी स्मृति सम्मान’ प्रदान किया जाता है।

हिंदी के सुपरिचित कवि-लेखक। काव्य-वैविध्य और प्रयोगों के लिए विशेष उल्लेखनीय। भारतभूषण अग्रवाल पुरस्कार से सम्मानित।

सुचर्चित गीतकार।

सुचर्चित गीतकार। आधुनिक हिंदी कविता के पहले दलित कवि। प्रारंभिक गीत, रचनाएँ और पुस्तकें देवेंद्र कुमार के नाम से प्रकाशित और प्रशंसित।

देव

1696 - 1773

रीतिबद्ध काव्य के आचार्य कवि। अनेक राजाओं के राज्याश्रित। कविता में अर्थ-सौष्ठव और नवोन्मेष को साधने वाले प्रतिभा-पुंज।

नई पीढ़ी से संबद्ध कवि-लेखक।

सुपरिचित नाट्य-आलोचक और उपन्यासकार। हिंदी नाटकों पर विधिवत शोधकार्य के लिए उल्लेखनीय।

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