उत्तर प्रदेश के रचनाकार

कुल: 516

इतिहासकार, आलोचक और निबंध लेखक। 'मिश्र बंधु विनोद' के रचनाकारों में से एक।

नई पीढ़ी की कवयित्री।

नई पीढ़ी के कवि।

नई पीढ़ी की लेखिका।

सुपरिचित कवयित्री और सामाजिक कार्यकर्ता।

सुपरिचित कवि। एक कविता-संग्रह 'कविता के बहाने' प्रकाशित।

अज्ञेय द्वारा संपादित ‘चौथा सप्तक’ के कवि।

सुपरिचित कवि-लेखक और संपादक।

द्विवेदी युग के कवि-अनुवादक। स्वच्छंद काव्य-धारा के प्रवर्तक।

साहित्यसेवी, पत्रकार और स्वतंत्रता-सेनानी। ‘आज’ समाचार-पत्र के प्रकाशन और ‘काशी विद्यापीठ’ की स्थापना के लिए उल्लेखनीय।

सुप्रसिद्ध कथाकार-उपन्यासकार। ग्रामीण जीवन के विश्वसनीय कथाकार के रूप में उल्लेखनीय।

छायावाद से संबद्ध कवि-लेखक। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।

सुपरिचित कवि-आलोचक। ‘पृथ्वी पर एक जगह’ शीर्षक कविता-संग्रह उल्लेखनीय।

शील

1915 - 1994

हिंदी की प्रगतिशील और जनवादी धारा के कवि-गीतकार और कार्यकर्ता।

सुपरिचित कवयित्री।

सुपरिचित कवि-लेखक। दलित-संवेदना और सरोकारों के लिए उल्लेखनीय।

‘एक ख़त जो किसी ने लिखा भी नहीं’ शीर्षक गीत के सुपरिचित गीतकार। कवि-सम्मेलनों में लोकप्रिय रहे।

नई पीढ़ी के कवि-लेखक और पत्रकार।

सुपरिचित कथाकार। दो कहानी-संग्रह प्रकाशित। भारतीय ज्ञानपीठ नवलेखन पुरस्कार से सम्मानित।

समादृत कहानीकार। छह कहानी-संग्रह प्रकाशित।

‘तय तो यही हुआ था’ शीर्षक कविता-संग्रह के कवि। कम आयु में दिवंगत। मरणोपरांत भारत भूषण अग्रवाल पुरस्कार से सम्मानित।

दलित-स्त्री-विमर्श की प्रतिनिधि कवयित्री-लेखिका।

सुचर्चित गीतकार और संपादक।

राजस्थान के प्रमुख कवि, कथाकार और निबंधकार। एकांकी और आलोचना विधा में भी योगदान।

सुपरिचित कवयित्री। विभिन्न प्रकाशन-स्थलों पर रचनाएँ प्रकाशित। लखनऊ से साहित्यिक संस्था 'सुख़न चौखट' का संचालन।

सुपरिचित लेखिका। सामाजिक कार्यकर्ता। स्त्रीवादी आलोचना में सशक्त हस्तक्षेप।

नवगीत काव्यधारा के प्रमुख कवियों में से एक युयुत्सावादी कवि। क्रांतिकारी विचारों के लिए उल्लेखनीय।

सुपरिचित कवि-लेखक।

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