कानपुर के रचनाकार

कुल: 13

समादृत कथाकार-इतिहासकार। 'अकार' के संपादक।

शुक्ल युग में सामने आए प्रमुख एकांकीकार, आलोचक और चिंतक।

सुपरिचित गीतकार। 'भीड़ में बाँसुरी' और 'अक्षरों की कोख से' शीर्षक दो गीत-संग्रह प्रकाशित।

सुपरिचित कवि। आधुनिक कविता में परंपरा-बोध और लोक-संवेदना के लिए उल्लेखनीय।

सुपरिचित कवयित्री।

सुपरिचित लेखिका। चार पुस्तकें प्रकाशित।

नई पीढ़ी के कवि-लेखक।

नई पीढ़ी के कवि-लेखक।

‘एक ख़त जो किसी ने लिखा भी नहीं’ शीर्षक गीत के सुपरिचित गीतकार। कवि-सम्मेलनों में लोकप्रिय रहे।

नई पीढ़ी के कवि। गद्य-लेखन में भी सक्रिय।

नई पीढ़ी के लेखक।

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