बुलंदशहर के रचनाकार

कुल: 10

भक्तिकाल और रीतिकाल के संधि कवि। ऋतुवर्णन और ललित पदविन्यास के लिए प्रसिद्ध। शृंगार के अतिरिक्त भक्तिप्रेरित उद्गारों के लिए भी स्मरणीय।

नई पीढ़ी के कवि-लेखक। 'भीड़ के पार' और 'सोया हुआ शहर' शीर्षक से दो कविता-संग्रह प्रकाशित।

जश्न-ए-रेख़्ता (2023) उर्दू भाषा का सबसे बड़ा उत्सव।

पास यहाँ से प्राप्त कीजिए