कविताएँ

हिंदी की काव्य-परंपरा से विभिन्न काव्य-विधाओं की रचनाओं का विशाल-संग्रह

1925 -2019

मंजुल शैली के सुपरिचित ओड़िया कवि।

सुपरिचित कवयित्री।

1975 -2021

सुपरिचित कवि-लेखक और पत्रकार।

1996

नई पीढ़ी के कवि-लेखक।

1956

सुपरिचित कवि।

1949

सुप्रसिद्ध राजस्थानी कवि-संपादक-अनुवादक। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।

1970

सुपरिचित कवि। 'स्मृतियों में बसा समय' शीर्षक से एक कविता-संग्रह प्रकाशित।

1936 -2017

सातवें दशक के समादृत कवि। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।

1944

सुपरिचित अनुवादक, कवि और समीक्षक। अनुवाद के लिए साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।

1975

सुपरिचित कवि-लेखक। 'फल्गु किनारे' शीर्षक से एक कविता-संग्रह प्रकाशित।

1965 -1997

अत्यंत सक्रिय छात्र नेता और अध्येता। जेएनयू से पढ़ाई। 1997 को बिहार बंद के समर्थन में सिवान शहर के जे.पी. चौराहे पर सभा करते हुए अपराधियों की गोली से शहीद हुए। चंदू के नाम से लोकप्रिय।

1920

संस्कृत-हिंदी-अँग्रेज़ी के रचनाकार। बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के दर्शन विभाग से संबद्ध रहे।

1928 -2022

सुप्रतिष्ठित कन्नड़ कवि-लेखक। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।

1930 -2017

सुपरिचित कवयित्री।

1941

सुप्रसिद्ध डोगरी कवयित्री-लेखिका-समालोचक और अनुवादक। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।

1936 -1995

कश्मीरी कवि और पत्रकार। 'शबनम्य' काव्य-संग्रह' और 'शीराज़ा' पत्रिका के संपादन के लिए उल्लेखनीय।

1941 -1969

सुपरिचित डोगरी कवि। 'जोत' काव्य-संग्रह के लिए उल्लेखनीय।

नई पीढ़ी की कवयित्री।

सुपरिचित कवयित्री। ‘धूप के नन्हे पाँव’ चर्चित पुस्तक।

1927 -2005

आधुनिक ओड़िया कवि और समालोचक।

1867 -1943

‘कविशेखर’ के रूप में सुप्रसिद्ध ओड़िया कवि-उपन्यासकार-संपादक। प्रकृति और पौराणिक विषयों पर काव्य-रचना के लिए उल्लेखनीय।

1939 -2017

सुपरिचित गुजराती कवि-लेखक-समालोचक। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।

जश्न-ए-रेख़्ता (2023) उर्दू भाषा का सबसे बड़ा उत्सव।

पास यहाँ से प्राप्त कीजिए