कविताएँ

हिंदी की काव्य-परंपरा से विभिन्न काव्य-विधाओं की रचनाओं का विशाल-संग्रह

1915 -2003

कन्नड़ के प्रसिद्ध कवि-गद्यकार। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।

1919 -1999

कन्नड़ भाषा के सुपरिचित समालोचक-संपादक-लेखक।

1946

मलयालम के समादृत कवि, संपादक और अनुवादक। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।

1915 -2003

कन्नड़ भाषा के सुप्रतिष्ठित कवि-गद्यकार। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।

1914 -1994

सुपरिचित ओड़िया कवि-लेखक। आत्मकथा ‘मो कहाणी’ के लिए साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।

1901 -1938

सुपरिचित ओड़िया कवयित्री, सामाजिक कार्यकर्ता और चिकित्सक। रहस्यवादी कविताओं के लिए उल्लेखनीय।

1998

नई पीढ़ी की कवयित्री।

1911 -2000

आधुनिक हिंदी कविता के प्रमुख कवि और कथाकार। अपने जनवादी विचारों के लिए प्रसिद्ध। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।

1934 -2018

समादृत कवि-लेखक। भारतीय ज्ञानपीठ से सम्मानित।

1919 -2008

राजस्थानी भाषा के अत्यंत समादृत साहित्यकार। महाकवि के रूप में सम्मानित। हिंदी में भी अपने प्रचुर लेखन की वजह से सुपरिचित और उल्लेखनीय।

1949 -2010

आठवें दशक के कवि। अनौपचारिक रूप से जन संस्कृति मंच से संबद्ध रहे।

1946 -2010

सुपरिचित असमिया कवि-लेखक-समालोचक और शिक्षाविद। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।

1980

नई पीढ़ी से संबद्ध कवि-लेखक। 'हिंदी का नमक' और 'दुनिया का अंतिम घोषणापत्र' शीर्षक से दो कविता-संग्रह प्रकाशित।

1950

गुजराती के सुपरिचित कवि और संपादक। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।

1938 -2015

सातवें दशक के कवि। ‘जरत्कारु’ शीर्षक कविता-संग्रह और समाजवादी विचारों के लिए उल्लेखनीय।

1979

सुपरिचित कवि-लेखक और संपादक। भारतभूषण अग्रवाल पुरस्कार और साहित्य अकादेमी के युवा पुरस्कार से सम्मानित।

1957

हिंदी के सुपरिचित कवि-लेखक। भारतभूषण अग्रवाल पुरस्कार से सम्मानित।

1974

सुपरिचित कवि। ‘लहू में लोहा’ शीर्षक से पहला कविता-संग्रह वर्ष 2022 में प्रकाशित।

1966

पेशे से पत्रकार, होम्योपैथ और मूलत: कवि। छह कविता-संग्रह प्रकाशित।

1970

हिंदी के अत्यंत लोकप्रिय कवि-गीतकार।

1976

सुपरिचित कवि-पत्रकार। 'विलाप नहीं' चर्चित कविता-संग्रह।

1917 -2012

पंजाबी, उर्दू, हिंदी और अँग्रेज़ी के सम्मानित कथाकार-उपन्यासकर और कवि। पद्मभूषण से सम्मानित।

1955

सुपरिचित कवि-पत्रकार। 'बिन जिया जीवन' शीर्षक से कविताओं की एक किताब प्रकाशित।

1986

नई पीढ़ी के लेखक और पत्रकार।

1945

सुपरिचित डोगरी कवि। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।

1969

सुपरिचित कवयित्री। 'मिट्टी का दु:ख' शीर्षक से एक कविता-संग्रह प्रकाशित।

1972

सुपरिचित कवयित्री।

1954

सुपरिचित कवि। गद्य-लेखन में भी सक्रिय।

1934 -2015

अकविता आंदोलन के समय उभरे हिंदी के प्रतिष्ठित कवि। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।

1904 -1994

कन्नड़ भाषा के युग कवि और राष्ट्रकवि के रूप में समादृत। ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित।

1927 -2017

समादृत कवि-आलोचक और अनुवादक। भारतीय ज्ञानपीठ से सम्मानित।

1940 -2015

सुपरिचित डोगरी कवि। 'घर' शीर्षक लंबी कविता के लिए उल्लेखनीय। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।

1953

नवें दशक में उभरे कवि-आलोचक। दलित-संवेदना और सरोकारों के लिए उल्लेखनीय।

सुपरिचित कवयित्री। 'पैबंद की हँसी' और 'चाँद का शरगा' शीर्षक से दो कविता-संग्रह प्रकाशित।

1984

नई पीढ़ी की कवयित्री।

1949

सुपरिचित कवि। 'धरती होने का सुख' शीर्षक एक कविता-संग्रह चर्चित।

1963

नवें दशक के महत्त्वपूर्ण कवि। लोक-संवेदना और जन-सरोकारों के लिए उल्लेखनीय। जनवादी लेखक संघ से संबद्ध।

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