हत्या-चक्र

hattya chakr

अमित धर्मसिंह

अमित धर्मसिंह

हत्या-चक्र

अमित धर्मसिंह

और अधिकअमित धर्मसिंह

    राजा मृत्युदंड सुनाता है, देता नहीं

    गले का फंदा बनाने वाला फंदा बनाता है,

    अभियुक्त को फंदे पर लटकाता नहीं,

    लटकाने वाला लटकाता नहीं

    उससे लटकाने के लिए कहा जाता है,

    कहने वाला कहता नहीं,

    उससे कहलवाया जाता है,

    कहलवाने वालों को कहने के लिए प्रेरित किया जाता है,

    यह प्रेरणा राजा के अनुसार फैलाई जाती है,

    फैलाने वाले राजा के विश्वसनीय प्रचारक होते हैं

    प्रेरणा ग्रहण करने वाले राजा के भक्त होते हैं,

    ये राजा को ख़ुश करने के लिए

    अभियुक्त को राजा के सम्मुख पेश करते हैं,

    राजा अब उनकी ख़ुशी के लिए

    अभियुक्त को मृत्युदंड सुनाता है,

    इस प्रकार अभियुक्त की हत्या का चक्र पूरा होता है,

    इस चक्र से राजा और राजा के भक्त निर्दोष रहते हुए

    अत्यंत प्रसन्न रहते हैं।

    स्रोत :
    • रचनाकार : अमित धर्मसिंह
    • प्रकाशन : हिन्दवी के लिए लेखक द्वारा चयनित

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