देख तेरे स्कूल की हालत

dekh tere school ki haalat

संजय चतुर्वेदी

संजय चतुर्वेदी

देख तेरे स्कूल की हालत

संजय चतुर्वेदी

और अधिकसंजय चतुर्वेदी

    वह जो दूसरी लाइन में दाएँ से तीसरा बैठा है

    वह सांप्रदायिक है

    और सबसे पीछे बाएँ से सातवाँ फ़ाशिस्ट

    बाक़ी हमारी क्लास में तो सभी धर्मनिरपेक्ष और जनवादी हैं

    हाँ, नीचे ग्राउंड फ़्लोर पर पेड़ के सामने जो कमरा पड़ता है

    उसके ज़्यादातर लड़के सरस्वती को बेवजह गालियाँ देने का विरोध करते हैं

    नाम सुनने में सांप्रदायिक लगता है इस स्कूल का

    लेकिन इमारत देखने में धर्मनिरपेक्ष है

    इसके ज़्यादातर मास्टर राष्ट्रवादी हैं

    लेकिन हमारा नेटवर्क अंतरराष्ट्रीय है

    एक साइकिल पर भी आता है धोती-कुर्ता पहनकर

    आप समझ ही गए

    उससे हमारा पुराना झगड़ा

    और जो हमसे झगड़े वो मनुष्यता का दुश्मन

    इसके कुएँ में जातिवाद की पुड़िया छोड़ी जाती है रोज़

    लेकिन इसकी टॉयलेट से प्रगतिशीलता की बू आती है

    और झंडे के लिए जो डंडा लगा है बीच मैदान में

    वह भगवान की तरफ़ इशारा करता है।

    स्रोत :
    • रचनाकार : संजय चतुर्वेदी
    • प्रकाशन : हिन्दवी के लिए लेखक द्वारा चयनित

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